इन्तजार
बुधवार, 21 अक्टूबर 2009

इस जंगल के
दरख्तों से
क्यों पूछते हो
इनकी खैरियत ।
इनके
दहशतजर्द चेहरों पर तो
खुद ही चस्पा है
रोज तिल तिल कर
मरते हुये
अपने जिबह होने के
इन्तजार
की तस्वीरें ।
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हेमन्त कुमार
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