tag:blogger.com,1999:blog-4049712967134330666.post2814968598464768046..comments2024-01-26T00:18:09.622-08:00Comments on क्रिएटिव कोना: कहानी कहना ----कहानी सुनाना ---एक कला (भाग -५)डा0 हेमंत कुमार ♠ Dr Hemant Kumarhttp://www.blogger.com/profile/03899926393197441540noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-4049712967134330666.post-3567936135942073272010-02-22T06:02:10.148-08:002010-02-22T06:02:10.148-08:00VERY INFORMATIVE.VERY INFORMATIVE.Dr. Vedprakash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/08475906983276823961noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4049712967134330666.post-1776637024075274722009-12-22T03:42:53.511-08:002009-12-22T03:42:53.511-08:00उदयपुर में तो मैने पाया था कि कहानी के साथ साथ पूर...उदयपुर में तो मैने पाया था कि कहानी के साथ साथ पूरे खण्डकाव्य का मंचन किया करते थे कठपुतली के माध्यम से। एक सस्कक्त विधा!Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4049712967134330666.post-31260368410820088472009-12-21T10:14:41.594-08:002009-12-21T10:14:41.594-08:00कहानी सुनाना भी एक कला है.
और इसके तरीके भी अलग अल...कहानी सुनाना भी एक कला है.<br />और इसके तरीके भी अलग अलग..आप ने कठपुतली वाला यह तरीका बताया.<br />यह आज कल इतना प्रचलित नही है लेकिन प्रभावी ज़रूर है. हालाँकि ग्लब पपेट का प्रयोग अक्सर देखा गया.Alpana Vermahttps://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4049712967134330666.post-18575208136128266732009-12-21T07:13:58.637-08:002009-12-21T07:13:58.637-08:00आज मनोरंजन और कहानी सम्प्रेषण के विभिन्न माध्यम हो...आज मनोरंजन और कहानी सम्प्रेषण के विभिन्न माध्यम होते हुए भी कठपुतली माध्यम का लोकप्रिय रहना इसकी सशक्तता का ही उदाहरण है.hem pandeyhttps://www.blogger.com/profile/08880733877178535586noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4049712967134330666.post-41237311408545428692009-12-20T03:05:26.108-08:002009-12-20T03:05:26.108-08:00सही कहा ये एक बहुत ही शशक्त माध्यम है ......... कि...सही कहा ये एक बहुत ही शशक्त माध्यम है ......... किसी भी कहानी या प्रसंग को दूसरे तक बहुँचाने का .........दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4049712967134330666.post-72338412357500033192009-12-19T17:31:58.632-08:002009-12-19T17:31:58.632-08:00रचना अच्छी लगी।रचना अच्छी लगी।हास्यफुहारhttps://www.blogger.com/profile/14559166253764445534noreply@blogger.com